जनाब शाहरुख़ खान को
बाल किशन का आदाब,
मैं बालकिशन, ब्लोगरों कि दुनिया का एक छोटा सा ब्लॉगर यंहा कुशल पूर्वक हूँ और आपकी कुशलता कि कामना सदैव भगवान से चाहता हूँ। जनाब कुछ दिनों पहले आपका एक विज्ञापन टी वी पर देखा उसमे आप दर्शकों को संतुष्ट न होने कि लिए निवेदन करते हैं (अब हमारें लिए तो ये निवेदन नहीं हुक्म हैं जनाब )। आप फरमाते हैं कि जनता हर हाल में संतुष्ट हैं जो कि होनी नही चाहिऐ। पर जनाब बुरा ना माने तो अर्ज़ करूं कि आप की दृष्टि में कुछ ना कुछ दोष तो ज़रूर हैं जो हम जनता की इतनी सब असंतुष्टियाँ आप को नज़र नहीं आती।
हम संतुष्ट नही हैं बढ़ते भ्रष्टाचार से,
हम संतुष्ट नही हैं महंगाई की मार से,
हम संतुष्ट नहीं हैं आस्ट्रेलिया से हार के,
हम संतुष्ट नही हैं गरीबों और अमीरों के बीच बढ़ते असंतुलन से
ना ही हम संतुष्ट हैं शेयर बाज़ार के व्यापार से,
हम संतुष्ट नहीं है नेताओं के व्यभिचार से,
और भी बहुत से मुद्दे है (मोदी,तहलका,हिन्दी का विकास, लोकतंत्र की रक्षा आदि-आदि)
हम संतुष्ट नहीं है जिनके विचार से.
तो हे सुपरस्टार महोदय आप हम पर संतुष्ट होने का ग़लत इल्जाम लगाकर अपनी दुकान क्यों चमकाना चाहतें है.
आपकी दुकान तो वैसे ही धडल्ले से चल रही है. आपने भी तो एक पुराने (शायद नए भी) सुपरस्टार के नक्शेकदम पर चलते हुए अपनी दुकान चमकाई है. और अगर हम ही असंतुष्ट (आपकी फिल्मों से )हो जाएं तो आपका क्या होगा, हम अगर असंतुष्ट हो जाएं तो इस देश का क्या होगा. इसलिए जनाब से निवेदन है की सलाह देने में जरा सावधानी बरतें.
कहासुनी माफ़ किजिएगा और पत्र का जवाब शीघ्र देने की कृपा करें.
आपका संतुष्ट-असंतुष्ट
बाल किशन
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6 comments:
बहुत खूब
बाल किशन जी
आप संतुष्ट हों ना हों लेकिन हम बहुत संतुष्ट हैं आप की इस पोस्ट से. बहुत गहरी बात करते हैं आप इस उम्र में. इतनी समझदारी वाली बातें करेंगे तो आपका जीना मुश्किल हो जाएगा भाई.
नीरज
आप संतुष्ट हों ना हों लेकिन हम बहुत संतुष्ट हैं आप की इस पोस्ट से. बहुत गहरी बात करते हैं आप इस उम्र में.
हाँ...गहरी बात तो आप करते हैं...वैसे क्या उम्र होगी आपकी?........:-)..उम्र आपकी जो भी हो, लेकिन भाई लिखते आप सचमुच जोरदार हैं...बहुत खूब.
बेहतरीन!!! बहुत सही दिया!! मजा आ गया.
हम संतुष्ट हो गये।
मजा आ गया.
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