ब्लोगर मीट ख़तम होने के बाद पता चलता है कि ब्लोगर मीट हो गयी। मेरी यह बात हाल ही में कोलकाता हुई मीट के सन्दर्भ में है. प्रत्यक्षा जी के साथ मुलाकात करने के बाद शिव ने फ़ोन करके बताया कि इस तरह की ब्लोगर मीट हुई है. उलाहना देने के अलावा और क्या कर सकते थे. एक बात और समझ में आयी कि छोटे ब्लोगर के साथ बड़े ब्लोगर ऐसा ही करते हैं. एक तरफ़ तो कमेन्ट नहीं देते और दूसरी तरफ़ बताते भी नहीं कि ऐसी कोई मीट होने वाली है. अब तो इस बात पर सोचना पड़ रहा है कि शिव को भी फ़ोन करके बताने की कोई ज़रूरत नहीं थी. मीट की रिपोर्ट पढ़ कर ही पता चल जाता. प्रियंकर भाई से तो ज्यादा शिकायत भी नहीं कर सकता. और असल धोखा तो गुरूजी (अजदक जी) ने दिया. अपन को कोई ख़बर ही नही मिली. वरना अपन भी प्रत्यक्षा जी के स्वागत में पलकें बिछा देते और अपनी एक अदद फोटो छपवा लेते.
हर समाज का अपना एक अलिखित ही सही लेकिन नियम ज़रूर होता है। ऐसे में ब्लाग समाज का भी एक नियम हो तो हर ब्लोगर को बड़ी सुविधा होगी. मैं तो कहूँगा कि अगर कोई ब्लोगर अपना शहर छोड़कर दूसरे शहर जाए तो फट से उस शहर के ब्लोगर को सूचित कर दे. ऐसे में ब्लोगर मीट में उस शहर के ब्लोगरों के रहने की संभावना बढ़ जायेगी. मेरा कहना है कि इस पुण्य कार्य के लिए ब्लोगवाणी और चिट्ठाजगत पर एक ब्लोगर यात्रा बोर्ड रहे जिसपर इस तरह की सूचनाएं हर हफ्ते प्रकाशित होती रहें. मैंने देखा है कि कुछ बड़े चिट्ठाकार जब किसी दूसरे शहर जाते हैं तो अपने ब्लॉग पर सूचना देते हैं. ऐसे ही कार्यक्रम अगर फीड अग्रीगेटर की साईट पर उपलब्ध हो जाए तो मुझ जैसे चिट्ठाकार के लिए बड़ी सुविधा हो जायेगी. कारण केवल इतना सा है कि ब्लोगर मीट के फोटो में हमारा चेहरा भी दिखायी देगा.
अगर ऐसा होगा तो हमें भी भविष्य में जेंटलमैन(?) की उपाधि मिल सकती है.
हर समाज का अपना एक अलिखित ही सही लेकिन नियम ज़रूर होता है। ऐसे में ब्लाग समाज का भी एक नियम हो तो हर ब्लोगर को बड़ी सुविधा होगी. मैं तो कहूँगा कि अगर कोई ब्लोगर अपना शहर छोड़कर दूसरे शहर जाए तो फट से उस शहर के ब्लोगर को सूचित कर दे. ऐसे में ब्लोगर मीट में उस शहर के ब्लोगरों के रहने की संभावना बढ़ जायेगी. मेरा कहना है कि इस पुण्य कार्य के लिए ब्लोगवाणी और चिट्ठाजगत पर एक ब्लोगर यात्रा बोर्ड रहे जिसपर इस तरह की सूचनाएं हर हफ्ते प्रकाशित होती रहें. मैंने देखा है कि कुछ बड़े चिट्ठाकार जब किसी दूसरे शहर जाते हैं तो अपने ब्लॉग पर सूचना देते हैं. ऐसे ही कार्यक्रम अगर फीड अग्रीगेटर की साईट पर उपलब्ध हो जाए तो मुझ जैसे चिट्ठाकार के लिए बड़ी सुविधा हो जायेगी. कारण केवल इतना सा है कि ब्लोगर मीट के फोटो में हमारा चेहरा भी दिखायी देगा.
अगर ऐसा होगा तो हमें भी भविष्य में जेंटलमैन(?) की उपाधि मिल सकती है.
44 comments:
आपकी बात से मैं पूर्ण सहमत हूँ।
अति सत्य वचन हैं !
ऐसा ही होना चाहिए !
यह लिजीये एक बड़े ब्लॉगर की टिप्पणी :)
और कोलकाता आना हुआ तो आप और मैं ही बड़े ब्लॉगरों वाली मीट करेंगे, बाकियों को इसके होने की बाद में सुचना देगें, फोटो सहित.
अगर ब्लागर मीट का मतलब ब्लागर्स का आपस में मिलना, विचारों का आदान प्रदान और ब्लाग की दुनिया में एक सामंजस्य पैदा करना है तो सभी ब्लागर्स को सूचित किया जाना चाहिए. वरना जिसकी जो मर्जी हो करे.
aji blogvani par to sab padh lenge... fir bade blogger aur chhote blogger ka bhed khtam ho jayega na..
lagta hai aap confusia gaye hai.. kitni baar mana kiya shiv ji ke office na jaya kare aur na hi unka phone uthaya kare.. wo kisi din marwa denge apko.. sudama ki halat to dekhi hi hai aapne..
सही कहा आपने ..जब यूँ मिलना हो तो सूचना अवश्य दे दे ..कोई आए या नही यह उनकी मर्ज़ी ..पर मुझे लगता है की पता होने पर कोई मौका खोना नही चाहेगा यूँ मिलने का :)
ये बड़े चिट्ठाकार कौन है भाई ?
बाल किशन जी ,बड़ी मार्के की बात कही आपने -ऐसी जुगत होनी चाहिए कि पता चल सके कि ब्लागरों का भ्रमण मूवमेंट क्या है ?वैसे ऐसे गैजेट तो ट्रावेलोग साईटों पर उपलब्ध हैं ही -उनका उपयोग किया जा सकता है .
पर यह तो मान कर चलिए ही यह ब्लॉग की आभासी दुनिया भी वास्तविक समाज की ही परतीति कर्रा रहे है -यहाँ भी वर्ग भेद है .निहित प्रतिबद्धताएं हैं -एल्लीट हैं और भैया लोग हैं -किस मृग मरीचिका में हैं आप -केवल रचना को तवज्जो दीजिये ,रचनाकार को नहीं .वैसे यह बहस का अछा मुद्दा है .
humare club me mumbai ke art director jayant deshmukh aaye we bhi blog likhte hain.unhone mujhse kafi der baat ki kya ye blogger meet hui?aapki baaton se purnataya sahmat hun
सही कहा आपने ऐसी जानकारी कहीं पर हो तो बेहतर चाहे खुद के ब्लॉग पर हो। चाहे कोईं आए या ना आए ये पढ़ने वाले की मर्जी पर।
बालकिशन जी हम कोलकाता आए होते तो एक सप्ताह पहले से ब्लाग पर लिखते.... "कोलकाता के ब्लागरों सावधान दिनेशराय द्विवेदी फलाँ फलाँ तारीख को कोलकाता में रहेंगे, मेहमाननवाजी कोलकाता के ब्लागरों के मत्थे वे जैसे कहेंगे वैसे ही मिलेंगे"।
बाल किशन जी हम भी आप की तरह से हे,जब भी मोका मिला हम सब मिलेगे,ओर आप सब की बातो से सहमत हे हम धन्यवाद
एक टीस उभर कर आई.
ब्लागर आचार संहिता !
ये तो बिल्कुल नया ख्याल है भाई.
आदरणीय द्विवेदी जी से सलाह ली जाए.
....आपके विचार मननीय हैं.
=========================
डॉ.चन्द्रकुमार जैन
ब्लॉगर मिलन का विचार अति उत्तम है. एक दूसरे का मुँह देखकर हमें थोड़ी बेहतर आइडिया हो जाएगी. आप जैसी भावनाएँ मेरे भीतर भी उठ रही हैं.
लेकिन बेकार मे छोटे-बड़े का जिक्र करके ग़लत परंपरा का सूत्रपात नहीं करना चाहिए.
ब्लोगरोँ मेँ हम सब एक समान हैँ - बालकीशन जी,
मेरा तो यही मानना है -
हाँ, प्रत्यक्षा से मिलना
शिव भाई और प्रियँकर जी के साथ अवश्य यादगार रहता !
- अगली बारी ही सही -
शुभकामना सह,
- लावण्या
ek dam satya vachan balkishan ji mein apse puri tarha sehmat hoon
.
अरे बालकिशन भाई,
गुरु ( अज़दक ) कपट कर गये..
बुद्धि भिड़ायी कि जो किहिस पंगा ..
पहिलेन वोहिका कर देयो ठंडा
सो, हुई गये
विरुदावली रच रहे हैं
मित्र चोरी से मिलि आये,
भाई, ई कउन भलमंसी आय
बालकिशन को नहिं सुँघाय
ई ज़ेंटलमैनी कइसी निभाय
मेरी बात और है..
अमर दुई बारि कलकत्ता हुई आये
कई कई बेरा फोन घुमाये
फिरो नहिं रेस्पांस पाये
लौट के बुद्, घर को आये
और एक एतराज़ भी दर्ज़ करो
कि, बड़े ब्लागर चिन्हित करो
काहे के बड़े.. अउर काहे के छोटे
यहाँ किसकी धार मोटी है
करते सभी टाइम खोटी है
चारणत्व यहाँ मत घुसेड़ो
खुशबू तुमने नहीं पाई
यहाँ मत बिसूरो भाई
पहले देखो अपनी लुगाई
फिर बोलो ब्लागर ब्लागर भाई भाई
प्रिय अनुज शिव कुमार जेन्टलमैन घोषित होने थे उस मीट में (पहले से तय कर लिया था)फिल्म फेयर अवार्ड टाईप!!:))तब उसमें आपका क्या काम? आप तो कहो मैडल मिलते मिलते खांस खकार देते बालमुकुन्द की तर्ज पर तो मैडल भी पड़ जाता खतरे में, बताईये??
अब बैठकर मन लगा मीट की कमेन्टरी की पैरोडी लिखिये. :) चाहें तो लालमुकुन्द मदद कर देंगे आधा तांई लिखने में.
जब हम कलकत्ता आयेंगे तो हमसे मिलियेगा??
प्रिय अनुज शिव कुमार जेन्टलमैन घोषित होने थे उस मीट में (पहले से तय कर लिया था)फिल्म फेयर अवार्ड टाईप!!:))तब उसमें आपका क्या काम? आप तो कहो मैडल मिलते मिलते खांस खकार देते बालमुकुन्द की तर्ज पर तो मैडल भी पड़ जाता खतरे में, बताईये??
अब बैठकर मन लगा मीट की कमेन्टरी की पैरोडी लिखिये. :) चाहें तो लालमुकुन्द मदद कर देंगे आधा तांई लिखने में.
जब हम कलकत्ता आयेंगे तो हमसे मिलियेगा??
सर जी..
कोई बात नहीं..
मैं पिछली बार पंगेबाज जी को कहा था की दिल्ली आया तो आपसे जरूर मिलूंगा, अबकी आपसे कह रहा हूं, कोलकाता आया तो आपसे जरूर मिलूंगा.. और आप हमें शिव जी से मिला दिजियेगा.. :)
ये सब भी होता है क्या ??
मुझे तो पता नही। चलिये घूमते फिरते पता चल ही गया।
:)
"प्रियंकर भाई से तो ज्यादा शिकायत भी नहीं कर सकता. और असल धोखा तो गुरूजी (अजदक जी) ने दिया. अपन को कोई ख़बर ही नही मिली. वरना अपन भी प्रत्यक्षा जी के स्वागत में पलकें बिछा देते और अपनी एक अदद फोटो छपवा लेते."
इससे पीडा होना स्वाभाविक है बाबू बालकिशन जी को . बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जायेगी, की तर्ज़ पर 3 ब्लॉगर'स की मुलाक़ात को मीट मानके मेरा मीत दु:खी मत हो .....बाबू बाल किशन जी कोलकता में आप बुलाए जाते आप एकाध जुमला कहते और आसपास का कोई भी आपके जुमले को सुन के अपने आप को फलां ब्लॉग का ढिकां ब्लॉगर कह कर मीट में घुस जाता , अब देखो न बाबू आपके छोटे से प्रयास [इस पोस्ट से] कितने लोग जुट पड़े "हम सब एक हैं !" की शक्ल में देखो कित्ती टिपकी भरी है आपकी ये पोस्ट वो भी ६-७ घंटे में अब आप उधर बोलते तो गैर ब्लागिया भी ब्लॉगर बन खड़े हो जाते बाबू जी इस मसाले पर एक पोस्ट ठेल रहा हूँ ज़रूर रखिए नज़र
बच्चा, हमारा नाम मत खराब करो. सब सीकुमार के टंटे हैं. कहां के जैंटलमैन, हो? सीकुमार के व्यक्तित्व की नहीं, प्रत्यक्षा के अकल की पोल है! सीकुमार इज़ ए बिग फ्रॉड, इसीलिए मैं आजतक कलकत्ता नहीं गया, न उस आदमी को किसी भी सूरत में बंबई आने दिया. सो जस्ट बिवेयर ऑफ़ द वुल्फ. बिवेयर ऑफ़ द बिग ब्लॉगर तो अंडरस्टुड है ही.
baalakishan jI आप अदरक अरे क्या लिख गया ? मतलब अजदक दादा की बात मान लो , कुछ नही रखा ये ब्लोगर स्लोगर मीट मे , ये मुलाकात बहुत जल्द मुक्कालात मे बदलती है .हम देख चुके है वही भारतीय घटिया राजनीती इन सब मे शुरु हो जाती है लोग घोषणा कर सबको दिल्ली बुलाकर कानपुर चले जाते है , और मजे लेते है फ़िर कहते है कि दिल्ली वाले के लिये दर्शन का एक और मौका हम कल आ रह है , फ़िर कुछ लग्गू फ़ग्गू अगले दिन चांडाल चौकडी नाम से ब्लोग पर गरियाते है , अगले कहते है वह वाह खूब गरियाया. तो भाइ हम अब ब्लोगर्स मीट मे न जाते है ना ही किसी ब्लोगर्स से इस तरह की मीट म,ए मिलने के खवाहिश मंद रहे है . हा दोस्तो के लिये दिल जिगर गुर्दा सभी खुला है जब पुकारो हाजिर है.हम दिल्ली मे भी अभी दोस्तो से मिले थे , कोई ब्लोगर्स मीट नही थी ये अत: उसका विवरण हमे ब्लोग पर देने की कोई आवशयकता भी नही महसूस हुई. ना ही हम ऐसा कबी करेगे
" ya u are right, i agree with your article"
Regards
भतीजे ! इब जाकै समझ मै आवण लागी सै
थारी बात ! लेले भाई तैं भी मजे लेले सबके ! :)
पूरी तरह सही हैं आप, मैं आप से सहमत हूँ...
प्रभो, जो गलती हुई उसके लिए व्यक्तिगत तौर पर आपसे मफिया चुका हूँ. लेकिन ई पोस्ट लिखने की क्या ज़रूरत थी? हमें तो पटक ही दिया, साथ में प्रमोद जी को भी उलाहना दे डाला. वैसे भी उन्होंने मुझे मिली इस उपाधि को खारिज करते हुए घोषणा कर डाली कि उपाधि नकली है. रहा सहा समीर भाई ने पूरा कर दिया. ये आरोप लगाकर कि पुरस्कार (या उपाधि) पहले से फिक्स था. अब समझ में आ रहा है कि 'फिलिमफेयर' को लेकर इतनी चर्चा क्यों होती है.
हमारा एक दिन का जेंटलमैनत्व अब जाता हुआ दिखाई दे रहा है.
आपकी हर बात से सहमत हूं.बहर हाल यदि आप कभी दिल्ली पधारें तो हम जैसे छोटे ब्लौगर आपका तहे दिल से स्वागत करेंगे.
blogger bhi chhote bade hote hain? waise aapka vichar uttam hai...
blogger bhi chhote bade hote hain? waise aapka vichar uttam hai...
आपसे मिल न पाये ..बेहद अफसोस , लेकिन आपकी खूब तारीफ तो हमने की ..ये शिव जी ने नहीं बताया आपको ?
(जेंटलमैन हैं ? सचमुच ?)
और आपके अलावा हमलोगों ने मीत और मान्या को भी याद किया । वैसे वाकई गलती सब मेरी है कि मुलाकात सबसे नहीं हो पाई ।
ब्लागर मिट मे टिप्पणी करने वालों को भी सम्मिलित किया जाए. मेरे जैसे बहुत सारे ऐसे लोग होंगे जो ब्लाग लिखते नहीं लेकिन पढते जरुर हैं और मन मे कुछ रहा तो बोझ हल्का कर लेते हैं टिप्पणी कर के. इसलिए आप लोग अपने पाठकों का भी खयाल रखें. कभी हमारा भी फोटो लिया जाए, हम कब तक फोटो देख देख कर खुश होंगे.
सर्वेश
बंगलुरु
पहचान अखाड़ेबाजी से नहीं लेखन से होती है। अच्छा है आप अखाड़ेबाजी से बचे रहें।
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August 18, 2008 11:34 PM
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August 18, 2008 11:36 PM
YE KYA HAI......?
फ़िर एक झंडा, पार्टी, नारा... फ़िर एक...
Anyway, आपका दर्द तो समझ में आ गया!
देर से पहुँची मनसा पूजा में व्यस्त थी.वैसे बात आपकी बिल्कुल सही है की "अगर कोई ब्लोगर अपना शहर छोड़कर दूसरे शहर जाए तो फट से उस शहर के ब्लोगर को सूचित कर दे. "
मैं तो रह चह लेने आ गया था। बाकी; आपके इनवेस्टमेण्ट का रिटर्न जबरदस्त है!
hmm... chaliye ham chhoton ka koi to khayaal kar raha hai !
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की ढेरों शुभकामनाएं |
हिन्दी में लिखने की लिए पर जायें
http://hindiinternet.blogspot.com/
बाल किशन भाई
एक बात साफ़ हो गयी ब्लोगर चाहे छोटा हो या बड़ा अगर दिल से पोस्ट लिखे तो टिप्पणियों की बाड़ आ जाती है...आप की पोस्ट पर आयी टिप्पणियों की संख्या आप को किस ब्लोगर से छोटा बनाती हैं बताईये तो ?? आप खोपोली आयीये पूरे मुंबई के ब्लोग्गर्स के बीच आप को सुशोभित न किया तो हमारा नाम बदल दीजियेगा...( वैसे कौन नाम रखेंगे ये सोच के आयीयेगा)
नीरज
Dear Balkrishan Sir,
I want a tip from you ,how we can get so much comments in a blog post ,Your blog stat counter shows only 9000 hit ,may be u have installed it later,even than how your blog post have so much comments
I am blogger since june 22,2007,My blog have daily visitor or 1500-2000 or more and daily page visit is 3000-6000 or more and have 4150 feed reader even then I have lessor comment than you .please tell me .
By the way I am sending ur query answer regarding ITR-V in separate male.
Thanks
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