Monday, November 17, 2008

उनकी आँख पत्थर की है

शाम से आँख में नमी सी
हैओस की बूँदें आँख में बैठ गयी होंगी
नहीं-नहीं ये आँख की नमी है

क्या कह रहे हो?
अभी आँखें नम होती हैं!
किसकी?

अच्छा, उनकी?
फिर ठीक है
उनकी आँख पत्थर की है
शायद इसीलिए नम हो जाते होगी
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मुझको भी तरकीब सिखा कोई यार जुलाहे
क्या बुनने की तरकीब सीखनी है?
चादर?

तुम नहीं सीख पाओगे
जुलाहे से ऐसा मत कहो
तुम्हारे पाँव तो हमेशा चादर से बाहर रहते हैं
पहले पावों को चादर के भीतर रखना सीखो
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